सिक्किम राज्य के बारे मे महत्व की जानकारी।

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परिचय:

सिक्किम भारत के उत्तर-पूर्वी मे स्थित एक पर्वतीय और सुंदर राज्य है। यह राज्य एक जैविक राज्य है, यहा पर कुदरती रूप से ही खेती की जाती है। सिक्किम शब्द लिम्बू भाषा के शब्द को जोड़कर बनाया गया है, सु अर्थात नवीन और ख्यिम यानि महल या घर। यहाँ के प्रथम राजा फून्त्सोक नामग्याल के द्वारा बनाया गया महल का संकेतक है जिसे जोड़ कर बनाया गया है।

तिब्बती भाषा मे सिक्किम राज्य को ‘चावल की घाटी’ भी कहा जाता है। यह राज्य पर्यटको के लिए बहुत ही पसंदीदा स्थान है, यहाँ पर गहरी घाटियां, सुंदर पहाड़ और जैव विविधता से भरपूर सिक्किम एक अनोखा राज्य है। इस राज्य का आकार अंगूठे के जैसा है। सिक्किम राज्य की राजधानी गंगटोक जो शिवालिक की पहाड़ियों पर 5500 फिट की ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ पर दुनिया का तीसरा सब से बड़ा पर्वत कंचनजंगा है, जो बहुत ही सुंदर है।

यहाँ पर हिन्दू और ब्रजयान बौद्ध धर्म प्रमुख धर्म है। आधिकारिक भाषाओ मे अंग्रेजी, हिन्दी, नेपाली, भूटिया और लिम्बू पाई जाती है। 

सिक्किम की सीमा मे लगे राज्य दक्षिण-पूर्व मे भूटान, पश्चिम मे नेपाल और चीन के तिब्बत क्षेत्र मे उत्तर-पूर्वी हिस्से और दक्षिण मे पश्चिम बंगाल स्थित है।

सिक्किम राज्य के बारे मे महत्व की जानकारी।

सिक्किम राज्य के प्रमुख तथ्य:

  • स्थापना दिवस : 16 मई 1975
  • राजधानी : गंगटोक
  • कुल क्षेत्रफल :  7,096 वर्ग किलोमीटर
  • कुल जिले : 04
  • बड़ा शहर :  गंगटोक
  • प्रथम मुख्य मंत्री : के. एल. दोरजी खंगसरपा
  • राजकीय भाषा : अंग्रेजी, हिन्दी, नेपाली, भूटिया, लिम्बू, लेप्चा  
  • राजकीय पक्षी : रक्त मनाल  
  • राजकीय पशु : लाल पांडा   
  • राजकीय पेड़ :  बरुंश  
  • राजकीय फूल : पिनशिफ
  • सिक्किम राज्य की सीमा : पश्चिम बंगाल, नेपाल, चीन, भूटान    
  • प्रमुख नदी : रंगीत नदी, तीस्ता नदी, रांगपो नदी, लाचुंग नदी 
  • जनसंख्या : 6,10,577 (2011 जनगणना के आधार पर)
  • साक्षरता दर : 82.20%
  • प्रमुख कृषि उद्योग : बड़ी इलाइचि, हल्दी, अदरख, मक्का, चावल, गेहूं, आलू   
  • खनिज तत्व : डोलोमाइट, चुना पत्थर, क्वार्टलजाइट, तालक, बेस मेटल, संगमरमर, ग्रेफ़ाइट, सिलिमेनाइट, थर्मल स्प्रिंग्स ।   
  • पर्यटक स्थल : गंगटोक, पेलिंग, यूमधांग घाटी, ताशीदिंग मठ, फोडोंग मठ, कंचन जंगा ।    
  • लोक नृत्य : मरुनी, मुखौटा नृत्य, लू खंगथमो, रेचुंगना, लिम्बू या सुब्बा लोक नृत्य

सिक्किम राज्य का इतिहास:

सिक्किम राज्य नाम ग्याल राजतंत्र द्वारा शासित एक स्वतंत्र राज्य था। लेकिन प्रशासनिक समस्यायों के कारण एवं भारत के विलय के जनमत के कारण सन 1975 मे एक जनमत संग्रह के अनुसार भारत मे विलीन हो गया। उसी जनमत संग्रह के पश्चात राजतंत्र का अंत और भारतीय संविधान के नियम प्रणाली के ढांचे मे प्रजा तंत्र का उदय हुआ।

प्राचीन काल से ही तिब्बत और भारत के बीच मे व्यापारिक और सांस्कृतिक व्यवहार रहा हे। जिसमे सिक्किम राज्य इन सब का जुड़ाव केंद्र के रूप मे एक अहम भूमिका निभाता रहा है। सन 1641 तक लिम्बू, मगहर, लेचपा अलग कबीलो के वेश सिक्किम के दक्षिण और पश्चिम इलाको मे शासन कर रहे थे।

17 सदी के प्रारम्भ मे तिब्बत मे आपसी संघर्ष के कारण भूटिया सिक्किम मे आ गई, जिससे सिक्किम मे सांस्कृतिक रूप से काफी बदलाव आया, और सिक्किम मे बड़ी तेजी से तिब्बती बौद्ध संस्कृति फ़ेल गई।

सन 1717 से 1733 के बीच सिक्किम राज्य को भूटान और नेपाल के कई आक्रमणों का सामना करना पड़ा।

सन 1947 मे सिक्किम राज्य भारत मे विलय करने का अस्वीकार किया गया। तब भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सिक्किम को एक संरक्षित राज्य का दर्जा दिया। सिक्किम के राज नैतिक और संपर्क संबंधी विषयों को भारत ने संभाला। सन 1975 मे प्रधान मंत्री ने भारतीय संसद को अनुरोध किया की सिक्किम को भारत का एक राज्य स्वीकार कर के उसे भारतीय संसद मे प्रतिनिधित्व प्रदान किया जाए। कुछ ही दिनो मे सम्पूर्ण सिक्किम राज्य भारत सरकार के नियंत्रण मे आ गया।

जनता के समर्थन से 16 मई 1975 को सिक्किम औपचारिक रूप से भारत का 22 वां राज्य बना। इसी के साथ सिक्किम मे राजशाही का भी अंत हुआ।

सिक्किम राज्य का भूगोल:

सिक्किम एक पहाड़ी राज्य है। इस राज्य की भौगोलिक स्थिति देखे तो उत्तरी अक्षांश मे 2705” से 2009” है और पूर्वी देशांतर मे 8659” से 8856” तक फेला राज्य है। सिक्किम राज्य की ऊंचाई 300 मीटर से 8597 मीटर तक है।

दक्षिण मे सिक्किम राज्य की सीमा पश्चिम बंगाल की समतल भूमि के साथ मिलती है। यहाँ की तीस्ता को नदी सिक्किम की जीवन रेखा के रूप मे वर्णित किया गया है। यह नदी राज्य के उत्तर से दक्षिण की ओर बहती है।

यह राज्य एक पर्वतीय क्षेत्र है। इस राज्य के कई स्थान समुद्री तल से 280 मीटर से 8,597 मीटर तक की ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ की प्रमुख चोटियों मे कंचन जंगा है जो 8597 मीटर की ऊंचाई पर है, इस के अलावा जोसंग है जो 7444 मीटर ऊंची है, तुलुंग 7351 मीटर ऊंची और कबरू है जिसकी ऊंचाई 7338 मीटर है।  

इस राज्य का पूरा भौगोलिक भूमि का 81% भाग सिक्किम के वन विभाग के नियंत्रण मे है। यह राज्य प्रकृति प्रेमियों का राज्य रहा है।

कंचनजंगा :

कंचनजंगा सिक्किम और नेपाल की सीमा पर स्थित है जो विश्व की तीसरी सब से ऊंची चोटी है। जिसकी ऊंचाई 8597 मीटर की है। कंचनजंगा चोटी के पूरब मे जेमू हिमनद और ग्रीन लेक स्थित है।

 चुम्बी वैली :

सिक्किम के पूरब चीन मे स्थित एक घाटी है जो सिक्किम से टंकार ला, नाथुला, छो ला, डॉक ला, जलेप्ला और बटङ्ग ला दरों से संबंध है।

यूथाँग घाटी :

यह घाटी गंगटोक से 149 किमी दूरी पर स्थित है। इस घाटी को Hot Spring भी कहा जाता है। यह घाटी रोड़ोडेंड्रान झाड़ियों से ढकी हुई है।

गंगटोक :

गंगटोक सिक्किम राज्य का मुख्यालय नगर है। जहां से नाथुला दर्रा से हो कर चीन को रास्ता जाता है। जो चुम्बी घाटी से हो कर जाता है।

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