महाराष्ट्र राज्य के बारे में महत्व की जानकारी।

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महाराष्ट्र परिचय :

भारत देश की आर्थिक और व्यावसायिक राजधानी महाराष्ट्र के मुंबई शहर को कहा जाता है। महाराष्ट्र भारत देश का सबसे धनी और सबसे सम्पन्न राज्य मे से एक है।

भारत की GDP मे महाराष्ट्र का योगदान सब से ज्यादा है। जो देश का सब से औद्योगी करण वाला राज्य भी महाराष्ट्र ही है।

दुनिया का सबसे बड़ा प्याज का बाजार महाराष्ट्र के नाशिक जिले मे पाया जाता है और हर साल दुनिया के आधे प्याज का उत्पादन अकेले नाशिक जिले मे होता है।

भारत देश की पहली ट्रेन महाराष्ट्र मे ही दोड़ी थी जो सन 1853 मे मुंबई से थाने की थी। भारत का पहला परमाणु बिजली घर तारापुर महाराष्ट्र मे स्थित है।

छत्रपति शिवाजी की कर्म भूमि महाराष्ट्र को भारत का सबसे महत्वपूर्ण राज्य माना जाता है। आबादी के आधार पर यह राज्य देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है और क्षेत्रफल के आधार पर तीसरा सबसे बड़ा राज्य है।

महाराष्ट्र भारतीय फिल्म और टेलीविज़न उद्योग का प्रमुख केंद्र है। भारत की सबसे पहली फिल्म महाराष्ट्र मे ही बनी थी जो दादा साहब फालके ने नाशिक जिले मे बनाई थी।

महाराष्ट्र भारत का एक एसा राज्य है जहा पर दो मेट्रो सिटी है, एक मुंबई और दूसरा पुणे। गणेश चतुर्थी इस राज्य का महत्वपूर्ण त्यौहार है।

यहा पर 350 किले पाये जाते है। इनमे से ज़्यादातर किले महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ जुड़े हुए है।  

महाराष्ट्र के समान्य तथ्य :

  • स्थापना दिवस : 1 मई 1960
  • राजधानी :  मुंबई
  • कुल क्षेत्रफल : 307,713 वर्ग किलोमीटर
  • कुल जिले : 36
  • बड़ा शहर : मुंबई
  • प्रथम मुख्य मंत्री : यशवंत राव चव्हाण
  • राजकीय भाषा : मराठी
  • राजकीय पक्षी : पीले पैर वाले हरे कबूतर
  • राजकीय पशु :  भारतीय विशाल गिलहरी (इंडियन जायंट स्क्विरेल)
  • राजकीय पेड़ : आम का पेड़
  • राजकीय फूल : जारुल
  • राजकीय खेल :  कब्बडी
  • राजकीय तितली : ब्ल्यू मॉर्गन  
  • महाराष्ट्र की सीमा :  अरेबियन सागर, कर्नाटक, गोवा, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्यप्रदेश और दादरा और नगर हवेली  
  • प्रमुख नदी :  गोदावरी, गिरना नदी, मुथा, मुला, सावित्री, उल्हास, कृष्णा, पंचगंगा, कोयना, भीमा  
  • जनसंख्या : 11,23,74,333 (2011 की जनगणना के आधार पर)
  • साक्षरता दर : 82.3%
  • प्रमुख कृषि उद्योग : गन्ना, गेहु, ऑरेंज, कपास, सोयाबीन   
  • पर्यटक स्थल :  गेटवे ऑफ इंडिया, एलेफंटा आइसलेंड, शिरडी साई बाबा मंदिर, अजंता-एलोरा की गुफाएँ, रत्नागिरी, हाजी अली दरगाह आदि।  
  • मुख्य नृत्य :  लावणी, तमासा, दढ़ही, हण्डी, कोली
महाराष्ट्र राज्य के बारे में महत्व की जानकारी।
महाराष्ट्र राज्य के बारे में महत्व की जानकारी।

महाराष्ट्र का इतिहास :

महाराष्ट्र राज्य का निर्माण बॉम्बे राज्य के पश्चिमी और दक्षिण-पश्चिमी भागो, बरार और विदर्भ एवं हैदराबाद राज्य के उत्तर-पश्चिम भागो को मिलाकर किया गया था।

महाराष्ट्र मे कई राजाओ ने अपना शासन किया था। मौर्यो के पतन के बाद साल 230 मे यादवों का आगमन हुआ। इस के बाद चालुक्यों का शासन रहा।

फिर राष्ट्रकूटों, और फिर से चालुक्यों का शासन रहा। बाद मे खिलजी वंश के अलाउद्दीन खिलजी ने अपना साम्राज्य फैलाया। फिर मराठो का साम्राज्य रहा।

18वीं शताब्दी के अंत तक मराठो की शक्ति लगभग पूरे महाराष्ट्र पर फ़ेल गई थी। इस के बाद यह राज्य अँग्रेजी साम्राज्य का एक अंग बन गया।

इस प्रकार भारतीय स्वतन्त्रता से पहले महाराष्ट्र मे सातवाहन वंश, राष्ट्रकूट वंश, पश्चिमी चालुक्य, दक्कन सल्तनत, मुगलो और मराठो, एवं अंग्रेज़ो का शासन था।

अंग्रेज़ो ने पश्चिमी महाराष्ट्र को बॉम्बे प्रेसीडेंशि के हिस्से के रूप मे शासित किया, जिनसे पाकिस्तान के कराची से लेकर उत्तरी दक्कन तक के एक क्षेत्र को फैला दिया। ब्रिटीशो के शासन के समय मे निजाम हैदराबाद राज्य का हिस्सा बना रहा था।

भारत छोड़ो आंदोलन कब और किसके नेतृत्व मे हुआ?

सन 1942 मे गांधीजी के नेतृत्व मे ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन को शुरू किया गया, जिस मे अंग्रेज़ो को अल्टिमेटम मुंबई मे दी गई।

सन 1947 मे जब भारत देश की आज़ादी हुई तब बी जी खेर त्रिकोणीय बहुभाषी मुंबई प्रेसीडेंसी के पहले मुख्य मंत्री के रूप मे चुने गये।

महाराष्ट्र और गुजरात राज्य को कब अलग किया गया?

स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद मुंबई प्रांत मे महाराष्ट्र और गुजरात सम्मिलित थे, बाद मे मुंबई पुनर्गठन अधिनियम, 1960 के अंतर्गत जब 1 मई 1960 मे द्विभाषी मुंबई राज्य के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध किया गया तब मराठी बोलने वाले राज्य महाराष्ट्र और गुजरात नामक दो पृथक राज्यों को बनाया गया।

यह राज्य स्वतन्त्रता सेनानियों जैसे बालगंगाधर तिलक, विनायक सावरकर, गोविंद रानाडे, गोपालकृष्ण गोखले, दादाभाई नौरोजी और फिरोज़शाह मेहता की भूमि है। जिन्होने 20वीं सदी की शुरुआत मे आज़ादी के लिए अंग्रेज़ो के सामने कई संघर्ष और आंदोलन किए थे।

महाराष्ट्र का भूगोल :

महाराष्ट्र का उत्तर-दक्षिण और पूर्व-पश्चिम का विस्तार कितना है?

महाराष्ट्र का पूर्व से पश्चिम का कुल विस्तार क्रमशः 800 किलोमीटर और उत्तर से दक्षिण तक का विस्तार 720 किलोमीटर है। यह राज्य पश्चिम मे अरब सागर से घिरा हुआ राज्य है जिसकी कुल समुद्र तटीय लंबाई 720 किलोमीटर है।

महाराष्ट्र की भौगोलिक स्थिति कितनी है?

महाराष्ट्र राज्य की भौगोलिक स्थिति उत्तरी अक्षांश 1544’ से 2206’ तक और पूर्वी देशांतर 7236’ से 8054’ तक फैला हुआ है।

महाराष्ट्र राज्य क्षेत्रफल के आधार पर मध्यप्रदेश और राजस्थान के बाद तीसरा सबसे बड़ा राज्य है और जनसंख्या की द्रष्टि से दूसरा सबसे बड़ा राज्य है।

इस राज्य का सब से बड़ा जिला अहमदनगर है, जिसका कुल क्षेत्रफल 17413 वर्ग किलोमीटर है और सबसे छोटा जिला मुंबई शहर है, जिसका कुल क्षेत्रफल 157 वर्ग किलोमीटर है।

जनसंख्या के आधार पर मुंबई जिला सबसे बड़ा है।

इस राज्य की राजधानी मुंबई और उपराजधानी नागपपुर है। इस राज्य का क्षेत्रफल भारत के कुल क्षेत्रफल का 9.36% मे फैला राज्य है।

महाराष्ट्र राज्य को 5 प्रादेशिक विभागोमे विभाजित कियागया है।

1. कोंकण प्रादेशिक विभाग, जिसके अंतर्गत 7 जिले आते है।

2. पश्चिम महाराष्ट्र प्रादेशिक विभाग, जिसके अंतर्गत 7 जिले आते है।

3. खानदेश प्रादेशिक विभाग, जिसके अंतर्गत 3 जिले आते है।

4. मराठवाड़ा प्रादेशिक विभाग, जिसके अंतर्गत 8 जिले आते है।

5. विदर्भ प्रादेशिक विभाग, जिसके अंतर्गत 11 जिले आते है।

महाराष्ट्र की सीमा मे पश्चिम मे अरेबियन सागर, दक्षिण मे कर्नाटक और गोवा, दक्षिण-पूरब मे तेलंगाना, पूरब मे छत्तीसगढ़, उत्तर मे गुजरात और मध्यप्रदेश और उत्तर-पश्चिम मे भारतीय केन्द्र्शासित प्रदेश दादरा नगर हवेली और दमन दीव स्थित है।

महाराष्ट्र राज्य की भू-आकृति एक विषम त्रिभुज जैसी है, जिसका आधार पश्चिमी तट है। इस राज्य का तटीय मैदानी भाग कोंकण तट कहलाता है, जो अरब सागर के किनारे स्थित है। कोंकण के पूर्व मे सह्यादि की पहाड़ी श्रुंखला समुद्र के समांतर स्थित है।

महाराष्ट्र मे पर्यटक स्थान :

मुंबई : यहा पर आप गेट वे ऑफ इंडिया, मरीन ड्राइव, जुहू बीच, संजय गांधी नेशनल पार्क, तुंगारेश्वर राष्ट्रीय उद्यान,सिध्धिविनयक मंदिर आदि बहुत सारी जगह है जो आप मुंबई मे देख शकते है।

ताडोबा अंधारी नेशनल पार्क : जो चंद्रपूर जिले मे आता है। जहा पर आप को नेचर को नजदीक से देखने को मिलेगा।

औरंगाबाद : जहां पर आप को मकबरा और अजंता-इलोरा की गुफा है जो बहुत ही एतिहासिक जगह है।

नाशिक : यहा पर बारह ज्योतिर्लिंगों मे से एक ज्योतिरलिंग नाशिक के पास मे त्र्यंबकेश्वर मे है। इस के अलावा यहा पर जैन मंदिर, म्यूझियम आदि नाशिक मे बहुत सारी अच्छी-अच्छी जगह है जहा पर आप जा शकते है। 

महाबलेश्वर : यह एक हिल स्टेशन है, जहा पर आप सन सेट पॉइंट, प्रतापगढ़ है जहा पर छत्रपति शिवाजी महाराज का एक बहुत ही महत्व का और एतिहासिक किला देख शकते है।

कोल्हापुर : यह जगह पहलवानो की जहग के लिए जानी जाती है। इस के अलावा यहा पर महालक्ष्मी मंदिर और क्रंकला तालाब है जो बहुत ही फेमस है।   

लोनावला : जहा पर आप डैम और खंडाला घाट पर जा कर घूम ने का मझा उठा शकते है।

शिरडी : जो अहमदनगर जिले मे आता है। जहा पर साई बाबा मंदिर है और साथ मे वोटर पार्क भी है।

मुंबई मे धारावी झोपड़पट्टी की जानकारी :

महाराष्ट्र का मुंबई नगर सपनों की नगरी कहा जाता है, लेकिन यहा की एक जगह धारावी एसी है जहा पर लोगो के लिए रहने की जगह ही नहीं है। यह मुंबई का और भारत का सबसे बड़ा स्लम क्षेत्र है, साथ ही एशिया का दूसरा सब से बड़ा क्षेत्र है।

2.1 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र मे लगभग 7 लाख लोग निवास करते है। धारावी का इतिहास लगभग 140 साल पुराना है। सन 1869 मे जब मुंबई मे भयंकर प्लेग नामक रोग फ़ेल गया, जिसमे 2 लाख से ज्यादा लोगो की मौत हो गई थी ।

भविष्य मे एसे रोग ना हो इस विचार से अंग्रेज़ो ने उस समय मुंबई मे प्रदूषन और रोग फेलाने वाले उद्योग जैसे चमरा उद्योग और इनमे जुड़े मजदूर लोगो को मीठी नदी के किनारे बसाने शुरू कर दिये। जो आखिर मे 1882 मे धारावी स्लम के नाम से जाना जाने लगा।    

धारावी जो मुंबईशहर के मध्यवर्ती भाग मे स्थित एशिया की सबसे बड़ी मलिन वस्ती जो श्रमिक विद्यापीठ के प्रयास से आज एक लघु औद्योगिक स्टेट बन गया है।

महाराष्ट्र राज्य की सबसे ऊंची चोटी कोनसी है?

महाराष्ट्र मे सब से ऊंची चोटी कल्सूबाई शिखर है जिसकी ऊंचाई 1646 मीटर की है।

महाराष्ट्र राज्य को गोदावरी, भीमा और कृष्णा नदियों द्वारा पानि संचित किया जाता है। जो साह्यादी से निकलती है और पूर्व की ओर बंगाल की खाड़ी मे मिल जाती है।

महाराष्ट्र के मेजर डैम कौन कौन से है ?

कोयना डैम : जो कोयना नदी पर बनाया गया है, यह सतारा जिले मे स्थित है।

जायकवाडी डैम : जो गोदावरी नदी पर बनाया गया डैम है। यह डैम औरंगाबाद जिले के पैठन तालुका के जायकवाडी गाव मे स्थित है।

उज्जानी डैम : यह डैम भीमा नदी के ऊपर है, जिसे भीमा डैम से भी जाना जाता है। जोकि कृष्णा नदी की एक सहायक नदी है, जो सोलापुर मे उज्जानी गाव के पास स्थित है।

इसपुर डैम : यह डैम पाईंगंगा नदी पर बनाया गया डैम है, जो हिंगोली, नांदेड़ क्षेत्र मे स्थित है।

टोटलदोह डैम : यह डैम नागपूर मे रामटेक के पास पेंच नदी के पर बना एक गुरुत्व डैम है।

महाराष्ट्र राज्य के महत्वपूर्ण बन्दरगाह कोन से है?  

मुंबई बन्दरगाह और JNPT बन्दरगाह महाराष्ट्र के दो महत्व पूर्ण बन्दरगाह है।   

Nice Days

हम भारत देश के निवासी हैं इसलिए हम अपने देश के बारे में जो भी जानकारी जानते हैं, वह सभी जानकारी जैसे की इतिहास, भूगोल, भारत के त्यौहार, आस्था आदि से जुडी जानकारी इस ब्लॉग में हिंदी भाषा में दी गई है।

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