ओटीटी(OTT) के विकल्प क्या हैं?

  • Post author:
  • Reading time:3 mins read

देश में करीब 40 ओटीटी प्लेटफॉर्म हैं। कहीं-कहीं यह भी कहा जाता है कि यह संख्या 80 तक पहुंच गई है। यह जानकर आश्चर्य होता है कि लोग टॉप पांच या दस ओटीटी प्लेटफॉर्म से क्यों चिपके रहते हैं? और यह बाकी के OTT करते क्या है? और दिखाते क्या है?

एसा भी होता है की दर्शको को वास्तव मे पता ही न हो की अन्य OTT उनके लिए उपलब्ध है। कई तो फ्री भी हैं। कई अनोखे और अनपेक्षित हैं और दिलचस्प कार्यक्रम देखने का अवसर प्रदान करते हैं।

आज बात करते हैं कुछ ऐसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की जिनके बारे में आमतौर पर कुछ खास सुनने को नहीं मिलता है।

ओटीटी(OTT) के विकल्प क्या हैं?
ओटीटी(OTT) के विकल्प क्या हैं?

प्लायन्सगेट प्ले (Lionsgate play) :

लायंसगेट प्ले का नाम बहुतों ने सुना होगा, इसे देखने वाले कम लोग हो शकते है। यह अमेरिका के केलिफोर्निया मे स्थित एक कंपनी है। यह कंपनी फिल्मे और शोज़ का निर्माण करती है। लायंसगेट के पास हिंदी और अंग्रेजी समेत कई भाषाओं में फिल्में और वेब सीरीज हैं।

इसके संग्रह में दुनिया भर के कई अच्छे कार्यक्रम हैं। इसे अमेज़न के माध्यम से या सीधे लायंसगेट से इसका लाभ लिया जा सकता है। यह रिलायंस जियो के कुछ प्लान के साथ मुफ्त आता है।

मुबी (MUBI) :

मुबी नाम का भी एक कम जाना लेकिन बहुत ही अच्छा प्लेटफॉर्म है। इस पर देश-विदेश की अच्छी और क्लासिक फिल्में देखी जा सकती हैं। 190 देशों में उपलब्ध इस प्लेटफॉर्म पर ‘नोटबुक’ नाम से एक प्रकाशन भी है। इसमें मनोरंजन जगत की खबरें और समीक्षाएं मिल सकती हैं।

यह सिनेमाघरों में कुछ फिल्में देखने के लिए टिकट भी प्रदान करता है। यह ओटीटी अपेक्षाकृत महंगा है। इसका सब्सक्रिप्शन दो या ढाई हजार रुपये सालाना के विकल्पों में से किसी एक के हिसाब से लिया जा सकता है।

ट्युबी टीवी (Tubi TV) :

TubiTV नाम का OTT प्लेटफॉर्म एक अपरिचित नाम हो सकता है, लेकिन इसका मुफ्त में आनंद लिया जा सकता है। सब्सक्राइब करने के झंझट के बिना।

वार्नर ब्रदर्स, पैरामाउंट, एमजीएम, लायंसगेट जैसी शीर्ष हॉलीवुड कंपनियों की फिल्में और शो TubiTV पर उपलब्ध हैं। इसका ओवरऑल कलेक्शन शानदार है। पुरानी और नई हिंदी फिल्में इसमें शामिल हैं। लेकिन अपेक्षाकृत कम है। इसने क्लासिक, फैमिली समेत कई कैटेगरी में फिल्में प्रोड्यूस की हैं।

केनोपी :

केनोपी एक रसप्रद प्लेटफॉर्म है। इसमें फिल्मों सहित कार्यक्रमों का एक अच्छा संग्रह भी है। इसका आनंद लेने के लिए, किसी के पास या तो लाइब्रेरी की सदस्यता होनी चाहिए या किसी कॉलेज या विश्वविद्यालय से संबद्ध होना चाहिए। उदाहरण के लिए, ब्रिटिश काउंसलर लाइब्रेरी के सदस्य इसका आनंद ले सकते हैं।

इसकी वेबसाइट के माध्यम से सीधे जुड़ने का कोई विकल्प नहीं है। कैनोपी की सदस्यता के साथ, डिजिटल सदस्यता जो प्रति वर्ष 1800 रूपये का भुगतान कर के उपलब्ध की जा सकती है।

यप्प टीवी (Yupp TV) :

yupptv नाम की एक वेबसाइट और ऐप है। इसमें दूरदर्शन सहित कई उपग्रह चैनल हैं। टीवी का लुत्फ उठाने के लिए डिश न हो तो भी कोई बात नहीं। इस ऐप का मुफ्त में आनंद लें। पैसे खर्च कर भी प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लिया जा सकता है।

यदि आप विशिष्ट समाचारों को देखना चाहते हैं तो इसका एक अच्छा भाग समाचार क्लिप का संग्रह है। कंपनी के अनुसार, यह ढाई सौ से अधिक टीवी चैनलों, 5000 से अधिक फिल्मों और 100 से अधिक टीवी शो का मालिक है। यह सब 14 भाषाओं में उपलब्ध है।

जो लोग बिना विज्ञापनों के YUPPTV देखना चाहते हैं उनके लिए 49 रुपये का मासिक प्लान उपलब्ध है। छह मासिक और वार्षिक योजनाएँ वेबसाइट पर दिखाई देती हैं लेकिन ली नहीं जा सकतीं।

ज़ेंगा टीवी (Zenga TV)  :

इसमे भी कई चैनल फ्री में भी देखे जा सकते हैं। जैसा कि इसकी वेबसाइट में उल्लेख किया गया है, ज़ेंगा टीवी 2-जी और 3-जी प्रौद्योगिकी कनेक्टिविटी में भी अच्छा काम करता है।  कंपनी सिंगापुर से ऑपरेट करती है।

इसके विभिन्न वर्गों में चैनलों के अलावा हिंदी, अंग्रेजी और क्षेत्रीय फिल्में, संगीत शामिल हैं। Zenga TV की वेबसाइट और ऐप दोनों हैं।

सिनेमाज़ ऑफ इंडिया :

इस नाम की एक दिलचस्प वेबसाइट ध्यान देने योग्य है। भारतीय राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (नेशनल फिल्म देवलोपमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया NFDC) की इस वेबसाइट के माध्यम से देश की विभिन्न भाषाओं में शक्तिशाली फिल्मों, डॉक्यूमेंटरी और दुर्लभ कार्यक्रमों का आनंद लिया जा सकता है।

चुनिंदा कार्यक्रमों का मुफ्त में लुत्फ उठाया जा सकता है। पेड ऑप्शंस की बात करें तो अगर आप पूरी वेबसाइट पर किसी चीज का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो यह 149 रुपये प्रति माह है। किसी विशेष वस्तु को देखने के लिए वन टाइम वॉच का भुगतान किया जा सकता है।

एनएफडीसी ने कई उत्कृष्ट फिल्मों के साथ-साथ डॉक्यूमेंटरी का भी निर्माण किया है। अगर आप इस वेबसाइट के अलावा कहीं और खोजने की कोशिश करते हैं तो ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिन्हें ढूंढना मुश्किल हो सकता है।

इसलिए क्लासिक और अर्थपूर्ण फिल्मों और डॉक्यूमेंटरी के प्रेमियों को इस वेबसाइट पर ध्यान देना चाहिए।

इंडि फिल्म्स वर्ल्ड (Indie films world) :

यह एक नया प्लेटफॉर्म है, इसके प्रमोटर मुकेश मोदी हैं, जो मूल रूप से मुंबई के हैं और न्यूयॉर्क के हिक्सविले में रहते हैं। वह एक बिजनेसमैन और फिल्म मेकर हैं। वह ‘द एलेवेटर’ नाम की फिल्म के सह-निर्देशक थे।

एक साल के लिए 299 रुपए का भुगतान करना पड़ता है। वेबसाइट के अलावा इसका एक ऐप भी है। इस ऐप में कुछ फिल्मों और वेब सीरीज का मुफ्त में मजा लिया जा सकता है। कुछ अलग देखने के लिए यह ओटीटी देखने लायक है।

वैकल्पिक (alternative OTT)  ओटीटी के बारे में भी जानना जरूरी है।

यू नाम का एक ओटीटी प्लेटफॉर्म 2016 में भारत आया था। यह एशिया के 16 देशों में काम कर रहा है। भारत में यह ठीक से काम नहीं कर पाया, इसलिए 2019 में कंपनी ने इसे भारत से ले लिया। उस समय कंपनी द्वारा जारी विवरण के अनुसार, व्यू अपने सभी शो के निर्माण पर सालाना लगभग 120 करोड़ रुपये खर्च कर रहा था। इसके विपरीत नेटफ्लिक्स और एमेजॉन एक शो के निर्माण पर इतना पैसा खर्च करते हैं।

लोकप्रिय OTT प्लेटफॉर्म या यूट्यूब पर नहीं देखी जाने वाली फिल्में जिनमें डॉक्यूमेंट्री और अन्य चीजें शामिल हैं, वह कम ज्ञात ओटीटी पर देखी जा सकती हैं।

पुराने जमाने में फिल्मों के प्रिंट हुआ करते थे। उनमें से बहुत से बचा होगा। कई फिल्में ऐसी होती हैं, जिनके मेकर्स फिल्म को डिजिटल नहीं बना पाते हैं। या फिर उनके फिल्म राइट्स बड़ी कंपनियों के हाथ में नहीं गए हैं। ऐसी कई फिल्में छोटे और कम जाने-पहचाने प्लेटफॉर्म पर हो सकती हैं।

Nice Days

We are residents of the country of India, so whatever information we know about our country such as Technology, History, Geography, Festivals of India, Faith, etc. All information given in Hindi language.

Leave a Reply