हरियाणा राज्य के बारे में महत्व की जानकारी हिन्दी में।

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हरियाणा परिचय :

हरियाणा राज्य भारत देश के उत्तरी भाग मे स्थित एक राज्य है। यह राज्य भारत देश के अमीर राज्यो मे से एक है। और यह राज्य दक्षिण एशिया का आर्थिक रूप से सब से अधिक विकसित राज्य भी है। भारत के सब से अधिक ग्रामीण करोड़पति इसी राज्य मे मौजूद है।

हरियाणा यानि हरी का निवास। यहा पर ही महाभारत का युद्ध लड़ा गया था, और यहा के कुरुक्षेत्र मे ही भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था।

हरियाणा भारत के कई राज्यो से घिरा हुआ राज्य है।  इस की सीमा मे उत्तर मे हिमाचल प्रदेश, दक्षिण राजस्थान, पूर्व मे उत्तर प्रदेश और पश्चिम मे पंजाब है, इस के अलावा दिल्ली से भी घिरा राज्य है।  

हरियाणा राज्य के सामान्य तथ्य :

  • स्थापना दिवस : 1 नवंबर 1966
  • राजधानी :  चंडीगढ़
  • कुल जिले : 22
  • सब से बड़ा शहर : फ़रीदाबाद
  • कुल क्षेत्रफल :  44,212 वर्ग किलोमीटर
  • प्रथम मुख्य मंत्री : भगवत दयाल शर्मा  
  • राजकीय भाषा :  हिन्दी, हरियाणवी, पंजाबी, अंग्रेजी  
  • राजकीय पक्षी :  काला तितर
  • राजकीय पशु : चिंकारा   
  • राजकीय पेड़ :  पीपल  
  • राजकीय फूल : कमल  
  • हरियाणा की सीमा : पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान   
  • प्रमुख नदी :  यमुना, आपगा, घंगर, कृष्णावती, मारकंड़ा, इंदौरी, साहिबी, टांगरी   
  • जनसंख्या :  2,53,51,462 (2011 की जनगणना के आधार पर)
  • साक्षरता दर : 76.64% (2011 की जनगणना के आधार पर)
  • प्रमुख कृषि उद्योग :  गेहू, मक्का, चावल, गन्ना, जौ, आलू, बाजरा, कपास
  • पर्यटक स्थल: यादवेन्द्र गार्डन, सुरखाब, रेड रॉबिन, स्काइलार्क, मोरनी हिल्स, करनाल, किंगडम ऑफ ड्रीम्स, कुरुक्षेत्र, रॉक गार्डन(चंडीगढ़)।  
  • मुख्य नृत्य : खेड़ा, धमाल, मंजीरा, झूमर, दफ़, खोरिया
हरियाणा राज्य के बारे में महत्व की जानकारी हिन्दी में।
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हरियाणा का इतिहास :

हरियाणा एक एसा राज्य है जहा पर वैदिक सभ्यता और सिंधु घाटी सभ्यता मुख्य तरीके से देखनेको मिलती है। हरियाणा का अस्तित्व ही देवताओ से हुआ है।

हरियाणा ब्रिटिस भारत मे बड़े लंबे समय तक पंजाब का भाग रह चुका है। जिस को साल 1966 मे भारत के एक राज्य का दर्जा दिया गया, हरियाणा को भारत के 17वे राज्य के रूप मे पहचाना गया।

हरियाणा मे कई प्राचीन वैदिक सभ्यता पाई जाती है। यह सभ्यता सरस्वती नदी के किनारे बसे क्षेत्र मे देखने को मीलती है।

भारत के महाकाव्य महाभारत मे हरियाणा राज्य का उल्लेख देखने को मिलता है। महाभारत मे उल्लेख किए गए कुछ क्षेत्र आज आधुनिक शहर मे परिवर्तित हो गए है, जेसे की सोनप्रस्थ आज सोनीपत मे विकसित हो गया है, और पृथुदक (पेहोवा), पानप्रस्थ (पानीपत), तिलप्रस्थ (तिल्पुट), इस प्रकार महाभारत मे किए गए प्राचीन स्थानो के नाम आज विकसित स्थान बन गए है।

7वी शताब्दी मे राजा हर्षवर्धन जो प्राचीन भारत के एक समर्थ राजा थे, उन्होने अपने शासन काल मे कुरुक्षेत्र के पास थानेसर मे अपने राज्य की राजधानी स्थापित की थी। फिर उनकी मृत्यु के बाद प्रतिहार ने वहा शासन करना शुरू कर दिया था और उन्होने अपनी राजधानी कन्नौज नगर को बनाया।

12वी शताब्दी मे पृथ्वीराज चौहान ने हांसी नगर और तरावड़ी मे अपना किला स्थापित किया था, और उस के बाद मुहम्मद गौरी ने दूसरी तराइन यूध्ध मे इस पर अपना कब्जा कर लिया। और फिर दिल्ली की सल्तनत ने कई सदी तक यहा पर अपना शासन किया।

हरियाणा की धरती पर कई युद्ध लड़े गए, विदेशी शासको के द्वारा भी दिल्ली के अधिकार के लिए हरियाणा मे ही युद्ध किया गया था। इस राज्य का पानीपत जिले के मैदान मे जो तीन युद्ध हुए उस ने भारत देश के इतिहास की दिशा बदल दी थी।

राजा राव तुलाराम सिंह जो सन 1857 के प्रथम भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के प्रमुख नेताओ मे से एक थे, उन्होने ब्रिटिश राजाओ से मुक्त होने के लिए आंदोलन मे अपना सम्पूर्ण योगदान दिया था।

हरियाणा का भूगोल :   

हरियाणा भारत के उत्तर दिशा मे स्थित एक राज्य है, इस राज्य को स्थल-रूद्ध राज्य भी कहा जाता है, क्योंकि इस राज्य की सिमाए चारो तरफ से सिर्फ स्थल से या फिर किसी बंद सागर से जूडी हुई है, इस लिए इस राज्य को स्थल-रूद्ध कहा जाता है। 

हरियाणा क्षेत्रफल के आधार पर भारत देश का 21वां सबसे बड़ा राज्य है। इस राज्य का क्षेत्रफल 44,212 वर्ग किलो मीटर है, यह देश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 1.4% है। हरियाणा की ऊंचाई समुद्र तल से 700 से 3600 फिट तक की है।  

हरियाणा का उत्तरी अक्षांश 27039’ से 30055’ तक फेला हुआ है, और पूर्वी देशांतर मे 74028’ से 77036’ देशांतर तक फेला है।

हरियाणा राज्य को भौगोलिक तरीके से चार भागो मे बांटा गया है, शिवालिक, अरावली, मरुस्थलीय मैदान और यमुना और घग्गर के बीच का मैदान जो सब से बड़ा मैदान है। यहा की मिट्टी उपजाऊ और गहरी है इस लिए यहा की भूमि कृषि के योग्य है।

हरियाणा के पूर्व की सीमा पर बहने वाली यमुना नदी यहा की एक मात्र चिरस्थाई नदी है। इस के अलावा घगगर-हकरा नदी है, जो बारीस के मौसम मे चलने वाली एक मौसमी नदी है, टांगरी नदी है जो मोरनी हिल से निकलती है और अंबाला के पास मार्कण्डेय नदी मे प्रवाहित हो जाती है। इस के अलावा चौटांग, सोम, साहिबि, कृष्णवती आदि नदिया यहा पर प्रवाहित होती है।

यहा पर मेजर डैम की बात करे तो पंचकुला जिले मे यमुना नदी पर कौशल्या डैम, यमुना नदी पर दूसरा हथनीकुंड बैराज डैम है, तजेवाला बैराज डैम वो भी यमुना नगर जिले मे यमुना नदी पर बनाया गया है। सिरसा जिले मे घगर नदी पर ओट्टू बैराज डैम, फ़रीदाबाद जिले मे अनगपुर डैम जो हकरा नदी पर बनाया गया है।

हरियाणा राज्य मे कई झील भी देखने को मिलते है। जिन मे फरीदाबाद मे स्थित बड़खल झील है, जो मानव निर्मित झील है और बहुत ही खूबसूरत भी है।

दूसरा कर्ण झील जो हरियाणा की करनाल शहर के पास स्थित एक झील है। इस के अलावा गुरुग्राम का बसई वेटलैंड झील, रोहतक की तिल्यार झील, कुरुक्षेत्र के ब्रह्म सरोवर और सन्निहित सरोवर आदि झील है।

यहा पर सर्दियों के मौसम मे मध्यम ठंड रहती है जब की गर्मियों मे बहुत गरम मौसम रहता है। बारीस यहा पर अनियमित रहती है, अंबाला, करनाल और कुरुक्षेत्र को छोड़ कर।

हरियाणा मे हिन्दू धर्म के लोग ज़्यादातर संख्या मे देखने को मिलते है। यहा पर जाट जाति प्रमुख जाति मे है। पंजाब के बाद भारत की दूसरी सब से बड़ी सिखो की आबादी वाला राज्य हरियाणा है। यह राज्य पहले पंजाब का हिस्सा हुआ करता था, इस लिए दोनों राज्यो की संस्कृति काफी मिलती-झूलती देखने को मिलती है।

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हम भारत देश के निवासी हैं इसलिए हम अपने देश के बारे में जो भी जानकारी जानते हैं, वह सभी जानकारी जैसे की इतिहास, भूगोल, भारत के त्यौहार, आस्था आदि से जुडी जानकारी इस ब्लॉग में हिंदी भाषा में दी गई है।

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