तमिलनाडु राज्य के बारे में जानकारी

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परिचय:

तमिलनाडु भारत देश का सबसे दक्षिणी राज्य है। तमिलनाडु शब्द तमिल भाषा के तमिल तथा नाडु यानि देश, यह दोनों शब्द को मिलकर तमिलों का घर या तमिलों का देश बनता है। तमिल भाषा को दुनिया की सब से पुरानी और लंबे समय तक रहने वाली भाषाओं मे से एक माना जाता है। जो अभी भी अपने मूल रूप से उपयोग मे है  

तमिलनाडु राज्य के अस्तित्व मे आने के बाद से ही अब तक यहाँ केवल क्षेत्रीय पार्टी ही सत्ता मे रही है।

तमिलनाडु राज्य का कुल क्षेत्रफल 130,058 वर्ग किलोमीटर है। क्षेत्रफल के आधार पर तमिलनाडु भारत का 10वां सब से बड़ा राज्य है। 2011 की जनगणना के आधार पर आबादी की तुलना मे तमिलनाडु भारत का छठा सब से बड़ा राज्य है। और जनसंख्या के आधार पर तमिलनाडु का सबसे बड़ा जिला चेन्नई है।  

तमिलनाडु की सीमा मे दक्षिण मे हिन्द महासागर है, पूरब मे पुडुचेरी और बंगाल की खाड़ी है, उत्तर मे आंध्र प्रदेश है और पश्चिम मे केरल स्थित है।

यहाँ पर रामेश्वरम का अत्यधिक धार्मिक महत्व है। रामेश्वर द्वीप पर स्थित रामनाथस्वामी मंदिर शिव को समर्पित एक मंदिर है। यह शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों मे से एक है। इसमे गलियारो का एक समूह है जो, एक साथ 3850 फिट का है जो इसे दुनिया का सब से लंबा गलियारा बनाता है। रामेश्वरम भी चार धाम के चार तीर्थस्थलो मे से एक है। अन्य तीन केदारनाथ, द्वारका और पूरी है।

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तमिलनाडु राज्य के बारे में जानकारी

तमिलनाडु राज्य के सामान्य तथ्य:

  • स्थापना दिवस :  26, जनवरी 1950
  • राजधानी :  चेन्नई
  • कुल क्षेत्रफल :  130,058 वर्ग किलोमीटर  
  • कुल जिल : 32
  • बड़ा शहर :   चेन्नई
  • प्रथम मुख्य मंत्री :  पी. एस. कुमारस्वामी
  • राजकीय भाषा : तमिल
  • राजकीय पक्षी : पन्ना कबूतर   
  • राजकीय पशु : नीलगिरी तहर
  • राजकीय पेड़ : ताड़
  • राजकीय फूल : करी हरी
  • राजकीय खेल : कबड्डी
  • राज्य गीत : नीरारम
  • तमिलनाडु राज्य की सीमा :  पुडुचेरी, केरला, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश 
  • प्रमुख नदी : कावेरी, अमरावती, वैगई, वेललार
  • जनसंख्या : 7,21,47,030 ( 2011 की जनगणना के आधार पर )
  • साक्षरता दर : 80.33 %
  • प्रमुख कृषि उद्योग : चावल, ज्वार, बाजरा, मक्का, मूँगफली, गन्ना, चाय, काजू
  • प्रमुख उद्योग : सूती, कपड़ा, चमड़ा, सीमेंट, कागज, माचिस, ऑटोमोबाइल आदि।
  • पर्यटक स्थल : ऊटी, इला गिरि, काँचीपुरम, श्रीरंगपट्टनम, रामेश्वरम, कन्याकुमारी
  • प्रमुख नृत्य : भरतनाट्यम, कुम्मी

तमिलनाडु राज्य का इतिहास क्या है?

तमिलनाडु राज्य का इतिहास बहुत पुराना है। यह राज्य उन क्षेत्र मे से एक है जो प्रागैतिहासिक काल से अब तक बसे हुए है। इस राज्य मे आरंभ से ही चेर, चोल और पाण्ड्य इन तीन प्रसिद्ध राजवंशो की कर्मभूमि रही है।

पाण्ड्य शाशक का आधिपत्य 150 वर्षो तक रहा। उनके नेतृत्व मे मंदिरो का निर्माण किया गया। इसके बाद 9वीं सदी मे चोलो का पुनरोदय हुआ। प्रथम राजाराज चोल दक्षिण भारत के और चोल राजवंश के एक महान राजा थे, उन्होने सन 985 से सन 1014 तक सत्ता संभाली।  

14वीं सदी के प्रारम्भ मे पाण्ड्य ने फिर से अपना आधिपत्य जमाया लेकिन ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाई। उत्तर के मुस्लिम खिलजी शासको ने हारा दिया और मदुरै को लूट लिया गया।

संगम साहित्य को इन राज्यो के संरक्षण मे फलने-फूलने के लिए जाना जाता है। विजय नगर साम्राज्य ने दो शताब्दियों तक एक शानदार विरासत के साथ शासन किया और इसे भारतीय इतिहास का अब तक का सबसे समृद्ध साम्राज्य भी कहा जाता है।

सन 1670 तक सम्पूर्ण क्षेत्र मराठों के अधीन हो गया था। लेकीन वो भी अधिक दिनों तक शाशन नहीं कर पाये। सन 1799 मे चौथे आंग्ल-मैसूर युद्ध मे टीपू सुलतान की मृत्यु हो गई, और फिर अंग्रेजी शाशन मे आ गया।

तमिलनाडु राज्य ब्रिटीश काल मे मद्रास प्रेसीडेंसी का एक भाग हुआ करता था। भारत की आजादी के बाद मद्रास प्रेसीडेंसी को कई अन्य भागो मे बाँट दिया गया। सन 1968 मे मद्रास को बदल कर तमिलनाडु कर दिया गया। 

1956 के राज्य पुनर्गठन अधिनियम के बाद, मद्रास राज्य के कई क्षेत्रो को अलग कर दिया गया था। तमिलनाडु राज्य अंततः 14 जनवरी 1969 को अस्तित्व मे आया।

तमिलनाडु के मध्यकाल को महेन्द्र्वर्मन ने तमिलनाडु पर शासन करने वाले पल्लव राजवंश द्वारा चिन्हित किया है।

तमिलनाडु राज्य का भूगोल क्या है?

तमिलनाडु राज्य क्षेत्रफल के आधार पर 11वां सब से बड़ा राज्य है। और जनसंख्या के हिसाब से छठा राज्य है।

तमिलनाडु का उत्तरी अक्षांस 85’ से 1335’ तक फैला हुआ है और पूर्वी देशांतर मे 76 15’ से 8020’ तक फैला हुआ राज्य है।   

तमिलनाडु का पश्चिमी, दक्षिणी और उत्तर-पूर्वी भाग पहाड़ियों से घिरा हुआ है। यहाँ पर नीलगिरी और अनामलाई अधिकतम ऊंचाई वाले पहाड़ी समूह है। नीलगिरी की सबसे ऊंची चोटी डोडाबेट्टा है। जो समुद्र तल से 2640 मीटर की ऊंचाई पर है। पालघाट की दूरी लगभग 25 किलोमीटर है जो पश्चिम घाट रेंज मे एकमात्र चिन्हित ब्रेक है।

तमिलनाडु भारत का एक मात्र एसा राज्य है, जिसकी सीमा के भीतर पूर्वी और पश्चिमी घाट पड़ते है जो नीलगिरी मे जुड़े हुए है। और केरल की सीमा से लगता पश्चिमी घाट है जो दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश रोक देता है।

तमिलनाडु का पूर्वी भाग उपजाऊ है, उत्तरीय भाग मे पहाड़ीयां और समतल भूमि है, इस राज्य का मध्य भाग शुष्क है, और यहाँ अन्य राज्य की तुलना मे कम वर्षा प्राप्त करते है।

तमिलनाडु राज्य के पूर्वी हिस्से मे पलानी हिल्स है। प्रसिद्ध हिल स्टेशन कोडईकनाल पलानी हिल्स पर स्थित है।  

काँचीपुरम क्षेत्र के हिसाब से तमिलनाडु का सबसे बड़ा जिला है। चेन्नई जनसंखा के हिसाब से सबसे बड़ा है।

यहाँ की प्रमुख नदियों मे कावेरी, ताम्रपर्णी, पलार, चित्तर, चेय्यर, वैगल, मेयार, भवानी, अमरावती और पोन्नैयार है। कावेरी नदी इस राज्य की सबसे बड़ी नदी है, जिसकी लंबाई 760 किलोमीटर है। इस राज्य के प्रमुख बन्दरगाह मद्रास और तूतीकोरिन है।

मरीना बीच दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा समुद्र तट है, जो तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई मे स्थित है।

मेजर डैम  

अलियार डैम :

यह डैम अलियार नदी पर पश्चिमी घाट के अन्नामलाई रेंज मे वलपरई की तलहटी में स्थित है। इस बांध को 1959 और 1969 के बीच मे बनाया गया था। यह डैम मुख्य रूप से आस-पास के विस्तार मे सिंचाई की आवश्यकता को पूरी करने के लिए बनाया गया है।

अमरावथी डैम :

यह डैम अमरावथी नदी पर स्थित है। यह डैम तमिलनाडु के तिरुपुर जिले मे अमरवथी नगर मे स्थित है। इसे 1957 मे खोला गया था, इसे बनाने का हेतु सिंचाई और बाढ़ को नियंत्रित करना है। इस डैम को बिजली उत्पादन के लिए भी महत्व का माना जाता है। इस डैम मे मगरमच्छों को भी आश्रय दिये जाने  के लिए प्रसिद्ध है।

भवानी सागर डैम :

यह डैम भवानी नदी पर स्थित है। यह डैम तमिलनाडु के इडोर जिले मे स्थित सथ्यमंगलम से 16 किमी पश्चिम और मेत्तुपालयम से 36 किमी उत्तर-पूर्व मे स्थित डैम है।

मेत्तुर डैम :

यह डैम कावेरी नदी पर स्थित है। यह डैम तमिलनाडु के सबसे प्रमुख बांधो मे से एक है। इस डैम का निर्माण सन 1934 मे किया गया था। यह डैम सलेम से तकरीबन 30 किमी की दूरी पर है। इसकी ऊंचाई 65 मीटर है और लंबाई लगभग 1616 मीटर की है। यह डैम सलेम, तंजावूर और तिरुचिरापाली जिलो मे कृषि के लिए सिंचाई की सुविधा प्रदान करता है। यह डैम हर साल लगभग 1310 वर्ग किलोमीटर भूमि की सिंचाई करता है। यह डैम लगभग 15540 हेक्टेयर क्षेत्र मे फेला है।

मुक्कदल डैम :

इस डैम का निर्माण वंबरू नदी पर किया गया है। यह 1945 मे बनाया गया था। यह डैम दर्शनीय स्थल भी है। इस डैम का श्रेय त्रावणकोर के एक पूर्व राजा श्री चीथिरा थिरुनल बलराम वर्मा को जाता है।

वैगई डैम :

यह डैम वैगई नदी पर स्थित है। इस डैम का निर्माण मुख्य रूप से सिंचाई के उदेश्य से किया गया था।  

तमिलनाडु की सांस्कृतिक विशेषता क्या है?

इस राज्य की सांस्कृतिक विशेषता तंजावुर के भित्तिचित्र, भरतनाट्यम, मंदिर निर्माण और अन्य स्थापत्य कलाएं है।

तमिलनाडु का भोजन क्या है?

तमिलनाडु के प्रमुख भोजन मे चावल आता है। चावल एवं चावल से बने अन्य व्यंजन जैसे की दोसा, इड्लि, उथप्पम आदि यहाँ की लोकप्रिय भोजन है। और इसे केले के पत्ते मे परोसा जाता है। यहाँ भोजन मे मिर्च-मसालो का काफी मात्र मे प्रयोग किया जाता है। इससे भोजन मे स्वाद बढ़ता है और खाना रुचिकर लगता है।

तमिलनाडु राज्य की शिक्षा कैसी है?

2001 की जनगणना के अनुसार तमिलनाडु की साक्षरता दर 73.5% थी, जो 2011 मे बढ़ कर 80.3% हो गई। जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। यहाँ पर कुल मिलाकर 37 विश्वविध्यालय, 454 तकनीकी महाविध्यालय, 566 कला और विज्ञान महाविध्यालय, 34335 प्रारम्भिक विध्यालय, 5167 माध्यमिक विध्यालय, 5054 उच्चतर विध्यालय स्थित है। इस राज्य मे शिक्षा क्षेत्र मे एक प्रमुख समस्या प्रशिक्षित अध्यापको की कमी है।

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